Tag: Gin Gin Ke Stuti Karu गिन – गिन के स्तुति करूं
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Gin Gin Ke Stuti Karu गिन – गिन के स्तुति करूं,
गिन – गिन के स्तुति करूं, बेशुमार तेरे दानों के लिएअब तक तूने सम्भाला मुझे, अपनी बाहों में लिए हुए | तेरे शत्रु का निशाना, तुझ पर होगा न सफल,आंखों की पुतली जैसे, वो रखेगा तुझे हर पल गिन – गिन के स्तुति करूं, बेशुमार तेरे दानों के लिएअब तक तूने सम्भाला मुझे, अपनी बाहों…