Tag: Man ka deep jala – मन का दीप जला

  • Man ka deep jala – मन का दीप जला

    मन का दीप जला मन का दीप जला, जीवन दीप जला,ख़्वाबों में तू खोया है, जाग ज़रा मतवाले सच बतलाओ, तेरे मन मेंरात ये कैसी छाईअच्छा नहीं है, देख संभल जा,यीशु से है जुदाईयीशु को अपना -2ख़्वाबों में तू खोया है… ये दुनिया है, ख़्वाब सुनहरा,इसमें जो फँस जाये,रोये तड़पे, चैन न पायेघुट घुट कर…