Tag: को. कितना मधुर समय है
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kitana madhur samay hai कितना मधुर समय है
को. कितना मधुर समय है (२) जब मेरा यीशु मुझकोचरणों में है बिठाता मुझको खाली करकेआत्मा से भरता जाता । (२) … १. मुझको हरी हरी घास में चराता जीवन जल भी पिलाता (२)मुझको है बचाता जीवन में सुख वह लाता । (२) २. चाहे मैं घोर अन्धकार से चलूँ, पानी से भी नडरूँ (२)तेरी…